तिल का ऑयल हमारे घरों में पीढ़ियों से उपयोग किया जाता रहा है। यह देसी घी का एक अच्छा विकल्प है, जिसे सर्दियों के मौसम में बहुत अधिक उपयोग किया जाता है। गांव में अभी भी कई घरों में के जगह पर तिल का ऑयल ही उपयोग किया जाता है। यह ऑयल खाने के स्वाद को तो बढ़ाता ही है और साथ ही पोषण भी देता है। यह ऑयल तासीर में गर्म होता है और सर्दी के अतिरिक्त कई मौसमी रोंगों से शरीर को बचाता है।
त्वचा पर तिल का ऑयल लगाना और किसी भी ऑयल की तुलना में कई गुना फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि तिल का ऑयल स्कीन की गहराई तक जाकर टिश्यूज को पोषण देने का कार्य करता है।
दर्द निवारक होता है
तिल का ऑयल गर्म होता है और इसे हर उस रोग में उपयोग किया जा सकता है, जो शरीर में वायु बढ़ने पर होती हैं। जैसे, शरीर के किसी भी हिस्से में दर्द होना। मसल्स का दर्द, जोड़ों का दर्द या शरीर में होने वाली थकावट को दूर करने के लिए।
तिल का ऑयल बहुत शीघ्र पच जाता है। इसलिए जब आप इसे भोजन में उपयोग करते हैं तो यह तुरंत गर्माहट और ऊर्जा देने वाला होता है। हालांकि गेहूं से बनी रोटी और गेहूं से बनी चीजों के साथ इसका उपयोग नहीं करना चाहिए।
तिल के ऑयल से मालिश करने के फायदे
- तिल का ऑयल शरीर को मजबूत बनाने में सहायता करता है।
- पाचकाग्नि (डायजेश्न की क्षमता) को बढ़ाने में सहायता करता है।
- त्वचा को सुंदर और स्वस्थ बनाने में सहायता करता है।
युवावस्था को लंबा करता है
तिल का ऑयल भोजन में उपयोग किया जाए या फिर शरीर पर मालिश के लिए यह शरीर के सभी अंगों को बलशाली बनाने का कार्य करता है। बोला जाता है कि पुराने समय में राजा-महाराजा भी अपनी स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए तिल के ऑयल का उपयोग किया करते थे।