धरती पर विभिन्न तरह के पेड़-पौधे और जड़ी बूटियां हैं और सभी के भिन्न-भिन्न गुण भी हैं. पेड़-पौधे फल-फूल और छाया देने के अतिरिक्त कई ऐसे ऐसे औषधीय गुणों के से भरे होते हैं जिनकी वजह से उनका इस्तेमाल औषधीय रूप में किया जाता है. ऐसा ही एक गुणकारी पौधा है शंखपुष्पी (Shankhpushpi) जिसे नीले फूल होने की वजह से नीलकंठ के नाम से भी जाना जाता है.शंखपुष्पी एक फूल का पौधा है जिस पर नीले और सफेद रंग के फूल आते हैं. इन फूलों को हर्बल दवा का भाग माना जाता है. इसके फूलों को एशियाई कबूतर, शंखिनी, कंबुमालिनी, सदाफुली और शंखफुली के रूप में भी जाना जाता है. यह एक बारहमासी जड़ी-बूटी है जिसका उपयोग इसके औषधीय लाभों के लिए किया जाता है.आयुर्वेद एक्सपर्ट अमृत कौर के अनुसार, इसके हल्के रेचक गुण के कारण यह पाचन और कब्ज के लिए बेहतर कार्य करता है. इतना ही नहीं, यह मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने और चिंता को दूर करने में भी सहायक है. यह दिमाग के लिए एक टॉनिक के रूप में काम करके स्मृति में भी सुधार करता है. अमृत कौर ने अपने एक वीडियो में बताया है कि शंखपुष्पी एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसके पत्ते, फूल, जड़ सभी हिस्सों का उपयोग किया जा सकता है. यह सर्दी-खांसी, सिर दर्द में भी यह उपयोगी है. शंखपुष्पी का इसके रसायन गुणों के कारण चेहरे की झुर्रियों और आयु बढ़ने के लक्षणों को रोकने में सहायता कर सकता है. इसके हीलिंग स्कीन के मुंहासे और घाव भरने में कर सकते हैं. चलिए जानते हैं इससे स्वास्थ्य को और क्या-क्या फायदे होते हैं.
धरती पर विभिन्न तरह के पेड़-पौधे और जड़ी बूटियां हैं और सभी के भिन्न-भिन्न गुण भी हैं. पेड़-पौधे फल-फूल और छाया देने के अतिरिक्त कई ऐसे ऐसे औषधीय गुणों के से भरे होते हैं जिनकी वजह से उनका इस्तेमाल औषधीय रूप में किया जाता है. ऐसा ही एक गुणकारी पौधा है
शंखपुष्पी (Shankhpushpi)
जिसे नीले फूल होने की वजह से नीलकंठ के नाम से भी जाना जाता है.
शंखपुष्पी एक फूल का पौधा है जिस पर नीले और सफेद रंग के फूल आते हैं. इन फूलों को हर्बल दवा का भाग माना जाता है. इसके फूलों को एशियाई कबूतर, शंखिनी, कंबुमालिनी, सदाफुली और शंखफुली के रूप में भी जाना जाता है. यह एक बारहमासी जड़ी-बूटी है जिसका उपयोग इसके औषधीय लाभों के लिए किया जाता है.
आयुर्वेद एक्सपर्ट अमृत कौर के अनुसार
, इसके हल्के रेचक गुण के कारण यह पाचन और कब्ज के लिए बेहतर कार्य करता है. इतना ही नहीं, यह मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने और चिंता को दूर करने में भी सहायक है. यह दिमाग के लिए एक टॉनिक के रूप में काम करके स्मृति में भी सुधार करता है.
अमृत कौर ने अपने एक वीडियो में बताया है कि शंखपुष्पी एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसके पत्ते, फूल, जड़ सभी हिस्सों का उपयोग किया जा सकता है. यह
सर्दी-खांसी, सिर दर्द में भी यह उपयोगी है. शंखपुष्पी का इसके रसायन गुणों के कारण चेहरे की झुर्रियों और आयु बढ़ने के लक्षणों को रोकने में सहायता कर सकता है. इसके हीलिंग स्कीन के मुंहासे और घाव भरने में कर सकते हैं. चलिए जानते हैं इससे स्वास्थ्य को और क्या-क्या फायदे होते हैं.
मेमोरी में करता है सुधार
शंखपुष्पी फूल में ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो स्मृति और एकाग्रता के स्तर में सुधार कर सकते हैं. इस फूल के ताकतवर एंटीऑक्सिडेंट मस्तिष्क को शांत करते हैं. इसके नियमित सेवन से आपको दिमाग के कामकाज को बेहतर बनाने में सहायता मिल सकती है.