धरती पर ऐसे हजारों पेड़-पौधे हैं जिनमें विभिन्न औषधीय गुण पाए जाते हैं और उनका इस्तेमाल कई दवाओं और पारंपरिक चिकित्सा में किया जाता है. ऐसा ही एक जबरदस्त और अनगिनत गुणों से भरपूर पौधा तेज पत्ता (Bay leaf) है. इन हल्के हरे पत्तों का इस्तेमाल खाना बनाने में किया जाता है. यह पत्ते खाने को जायका तो बढ़ाते ही हैं साथ में उसके पोषक तत्वों को भी बढ़ाने का कार्य करते हैं. हैं कि इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और यही वजह है कि सदियों से इनका उपयोग प्राकृतिक चिकित्सा में किया जाता रहा है. तेज पत्ता लॉरेल प्लांट से आते हैं जोकि एक सदाबहार झाड़ी है. इस जड़ी बूटी की पत्तियों और ऑयल का औषधि बनाने के लिए भी उपयोग किया जाता है. आयुर्वेद के अनुसार, तेज पत्ते प्रकृति में गर्म होते हैं और इसलिए कफ और वात दोषों को शांत करते हैं, जबकि वे पित्त गुनाह को बढ़ाते हैं. वेबएमडी के अनुसार, तेज पत्ते का डायबिटीज, कैंसर, पेट की समस्याओं, दर्द और कई अन्य स्थितियों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. कई अध्ययन से पता चलता है कि तेज पत्ते से बनी चाय पीने से अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में सहायता मिल सकती है. यह भी माना जाता है कि इसे खाने के अतिरिक्त जलाने और इसकी सुगंध लेने से भी कई बीमारियां ठीक हो सकती हैं. चलिए जानते हैं कैसे
धरती पर ऐसे हजारों पेड़-पौधे हैं जिनमें विभिन्न औषधीय गुण पाए जाते हैं और उनका इस्तेमाल कई दवाओं और पारंपरिक चिकित्सा में किया जाता है. ऐसा ही एक जबरदस्त और अनगिनत गुणों से भरपूर पौधा तेज पत्ता (Bay leaf) है. इन हल्के हरे पत्तों का इस्तेमाल खाना बनाने में किया जाता है. यह पत्ते खाने को जायका तो बढ़ाते ही हैं साथ में उसके पोषक तत्वों को भी बढ़ाने का कार्य करते हैं.
हैं कि इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और यही वजह है कि सदियों से इनका उपयोग प्राकृतिक चिकित्सा में किया जाता रहा है. तेज पत्ता लॉरेल प्लांट से आते हैं जोकि एक सदाबहार झाड़ी है. इस जड़ी बूटी की पत्तियों और ऑयल का औषधि बनाने के लिए भी उपयोग किया जाता है.
आयुर्वेद के अनुसार,
तेज पत्ते प्रकृति में गर्म होते हैं और इसलिए कफ और वात दोषों को शांत करते हैं, जबकि वे पित्त गुनाह को बढ़ाते हैं.
वेबएमडी के अनुसार,
तेज पत्ते का डायबिटीज, कैंसर, पेट की समस्याओं, दर्द और कई अन्य स्थितियों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. कई अध्ययन से पता चलता है कि तेज पत्ते से बनी चाय पीने से अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में सहायता मिल सकती है. यह भी माना जाता है कि इसे खाने के अतिरिक्त जलाने और इसकी सुगंध लेने से भी कई बीमारियां ठीक हो सकती हैं. चलिए जानते हैं कैसे-
अनिद्रा को कहें अलविदा
नींद नहीं आना यानी अनिद्रा एक गंभीर रोग है. तेज पत्ते आपके शरीर को आराम देने में सहायता करते हैं. यह अनिद्रा से निपटने में कारगर हैं क्योंकि वे आपके मस्तिष्क के कामकाज को शांत करते हैं. सोने से पहले अपने कमरे में चार तेज पत्ते जला दें या फिर पानी में तेज पत्ता डालकर सोने से पहले इसे पी लें.
डायबिटीज के उपचार में सहायक
तेज पत्ते का सेवन करने से आपका शुगर लेवल कम हो सकता है और आपके दिल की स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है. यह एंटीक्सीडेंट का बेहतर स्रोत है और इंसुलिन उत्पादन में सहायता करता है. इस प्रकार यह टाइप 2 डायबिटीज से निपटने में कारगर है.
चिंता कम करके दिमाग को करता है शांत
तेज पत्ते में लिनालूल (linalool) होता है. यह यौगिक चिंता का उपचार करने के लिए जाना जाता है. केवल 10 मिनट तक तेज पत्ते को सूंघने से आपको तुरंत बेहतर महसूस करने में सहायता मिल सकती है. यह दिमाग को शांत करने का भी कार्य करता है.
दिल को स्वस्थ रखने में सहायक
तेज पत्ते में रटिन और कैफिक एसिड जैसे यौगिक पाए जाते हैं, जो दिल को स्वस्थ रखने में सहायक हैं. यह यौगिक दिल की दीवारों को मजबूत करके दिल संबंधी समस्याओं को दूर रखते हैं और गड़बड़ में सहायता करते हैं.
इम्यूनिटी पावर को बनाते हैं मजबूत
तेज पत्ते विटामिन सी से भरपूर होते हैं, जोकि एक मजबूत इम्यून सिस्टम के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. इसमें जिंक और विटामिन ए भी होता है, जो आपकी आंखों, नाक, गले और पाचन तंत्र के लिए अच्छा होता है. यह पेट से जुड़े गंभीर रोग या सीलिएक रोग से निपटने में भी बहुत कारगर हो सकते हैं.
डैंड्रफ को दूर करता है
अपने बालों को अपने नियमित शैम्पू से धोएं. फिर, तेज पत्ते को ठंडे पानी में मिलाकर धो लें. वैकल्पिक रूप से आप तेज पत्ते का एसेंशियल तेल भी लगा सकते हैं. इसके लिए ऑयल कि कुछ बूंदें अपने शैम्पू में मिलाएं और सिर की मालिश करें. अच्छी तरह से धो लें और डैंड्रफ को अलविदा कहें.