वेरीकोज वेन्स वे नसें होती हैं जो त्वचा की ऊपरी सतह से उभरी हुयी दिखाई देती हैं । अधिक दबाव पड़ने के कारण नसों के वाल्व(द्वार) खराब हो जाते हैं जिसकी वजह से ऐसा होता है ।
सूजीं, मुड़ीं हुईं और उभरी हुयी ये नसें लाल या नीले रंग की होती हैं जो मुख्य रूप से जाँघों या पिंडलियों में दिखाई देती हैं ।
कारण
ख़राब दिनचर्या और व्यायाम तथा अच्छे खानपान की कमी से भी ये समस्या होती है । घंटो तक बैठे रहना, शारीरिक गतिविधि की कमी, अधिक जंक फ़ूड खाना, गर्भावस्था, लम्बे समय तक कब्ज आदि के कारण भी नसों में उभार आ सकता है । भारी वजन उठाने या कठिन अभ्यास करने से भी ये समस्या हो सकती है ।
विटामिन-सी की कमी से आने वाली कमजोरी से भी ऐसा हो सकता है । किसी किसी में लीवर की खराबी, ह्रदय रोग और गठिया की वजह से भी ये होता है ।
ज्यादातर लोग इसके बारे में जागरूक न होने के कारण इस पर ध्यान नहीं देते जबकि आज के समय में 10 % लोग वेरीकोज वेन्स से पीड़ित हैं । महिलाओं में यह संख्या पुरुषों की अपेक्षा और भी अधिक है, यदि इस समस्या का इलाज न किया जाये इससे बेचैनी,खिंचाव, पैरों में सूजन, खुजली जैसी परेशानियाँ उत्पन्न होती हैं ।
लक्षण
ऐसी समस्या पुरुषों से अधिक महिलाओं में पाई जाती है । इसकी वजह से जरुरी नहीं कि सबको परेशानी हो पर कुछ लोगों में पैरों में सूजन, खून का जमना, त्वचा का रंग बदलना जैसी गंभीर समस्याएं देखने को मिलती हैं । इसके साथ ही त्वचा का सूखना, खुजली होना और त्वचा का फटना जैसी परेशानियाँ भी हो सकती हैं ।
कुछ अन्य कारण
- नसों के वाल्व(द्वार) का ठीक से काम न करना ।
- ढ़ती उम्र के कारण वाल्व(द्वार) का ठीक से काम न करना और साथ ही नसों में खून के भरने से सूजन आ जाना ।
- महिलाओं में हार्मोनल बदलाव के कारण ।
- मोटापे के कारण भी नसें सूज जाती हैं ।
- आनुवांशिकता भी एक कारण हो सकती है ।
वेरीकोज वेन्स की घरेलू चिकित्सा
- आहार– विटामिन, मिनरल्स, लो फैट और कार्बोहाइड्रेट से युक्त संतुलित आहार लें । जंक फ़ूड, आइसक्रीम, तम्बाकू, अल्कोहल, अधिक शक्कर एवं नमक जैसी चीजों से दूर रहें ।
- वर्जिश – नियमित तौर पर व्यायाम करें ।
- कपड़े – तंग कपड़ों को पहनने से बचें खासकर टाइट जूते और मोज़े कभी न पहने ।
- घंटो तक न बैठे रहें और न खड़े रहें अगर ऐसा करना पड़े तो पैरों की स्थिति को थोड़े थोड़े समय में बदलते रहें ।
- भारी वजन उठाते समय पैरो की स्थिति सही रखें ।
- संतरे जैसे फल जिनमे विटामिन c होता है, अवश्य खायें ।
- अरंडी का तेल– अरंडी के तेल से मालिश करें । यह तेल रक्त के बहाव को बढ़ाता है और सूजन को कम करता है ।
- अमरुद – अमरुद जरूर खाएं, इसमें उपस्थित विटामिन C नसों को मजबूती देता है तथा विटामिन K खून के बहाव को नियंत्रित करता है ।
- सरसों का तेल – इस तेल से दिन में दो बार मालिस करने से रक्त परिसंचरण ठीक रहता है और नसों के वाल्व(द्वार) सही तरीके से काम करते हैं ।
- तम्बाकू, धूम्रपान, शराब, जंक फ़ूड जैसी चीजों से दूरी बनाये रखें ।
- सही तरीके से बैठें ।