ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के एक शोध के अनुसार, COVID-19 मस्तिष्क को सिकुड़ने, भावनाओं और स्मृति को नियंत्रित करने वाले क्षेत्रों में ग्रे पदार्थ को कम करने और गंध की भावना को नियंत्रित करने वाले क्षेत्रों को नुकसान पहुंचा सकता है. वैज्ञानिकों ने बोला कि असर उन लोगों में देखा गया था जिन्हें COVID के साथ हॉस्पिटल में भर्ती नहीं किया गया था, और यह कि क्या असर आंशिक रूप से उलट हो सकते हैं या यदि वे लंबे समय तक बने रहेंगे तो आगे के अध्ययन की जरूरत है.
शोधकर्ताओं ने सोमवार को प्रकाशित एक शोध में लिखा, “COVID-19 में मस्तिष्क संबंधी असामान्यताओं के पुख्ता सबूत हैं.” हल्के मामलों में भी, शोध में भाग लेने वालों ने फोकस और संगठन के लिए उत्तरदायी “कार्यकारी काम का बिगड़ना” दिखाया, और मस्तिष्क का आकार औसतन 0.2 से 2 परसेंट तक सिकुड़ गया.
नेचर जर्नल में प्रकाशित पीयर-रिव्यू स्टडी में 51 से 81 वर्ष के 785 लोगों के दिमाग में हुए बदलावों को देखा गया, जिनके दिमाग को दो बार स्कैन किया गया था, जिसमें 401 लोग भी शामिल थे, जिन्हें स्कैन के बीच COVID मिला था. दूसरा स्कैन पहले के औसतन 141 दिन बाद किया गया. शोध तब किया गया था जब यूके में अल्फा संस्करण प्रमुख था और डेल्टा संस्करण से संक्रमित किसी भी आदमी को शामिल करने की आसार नहीं है.
अध्ययन में पाया गया कि कुछ COVID मरीजों ने “ब्रेन फॉग” या मानसिक बादल का अनुभव किया, जिसमें ध्यान, एकाग्रता, सूचना प्रसंस्करण की गति और स्मृति में हानि शामिल थी.