भारतीय घरों के किचन में मौजूद अधिकांश मसाले ऐसे हैं जो खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ ही औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं तथा हमें हेल्दी बनाए रखने में भी सहायता करते हैं। हल्दी, हींग, काली मिर्च, जीरा, अजवायन- ये कुछ ऐसे ही मसाले हैं। इसी सूची में सम्मिलित है मसाला जिसका नाम है दालचीनी। केवल हिंदुस्तान में ही नहीं बल्कि विश्वभर के कई व्यंजनों में दालचीनी का उपयोग होता है। केक, पेस्ट्री जैसे बेक होने वाले डिजर्ट में तो विशेष रूप से दालचीनी पाउडर इस्तेमाल किया जाता है। किन्तु क्या आप जानते हैं कि दालचीनी आपके स्वास्थ्य के लिए भी कई प्रकार से लाभदायक है, विशेष रूप से डायबिटीज को कण्ट्रोल करने करने में। यहां जानें डायबिटीज विशेष रूप से टाइप 2 डायबिटीज को कंट्रोल करने में दालचीनी कैसे सहायता कर सकती है।
क्या दालचीनी से ब्लड शुगर लेवल होगा कंट्रोल?
कई अध्ययन में यह बात साबित हो चुकी है कि दालचीनी रक्तचाप को कम करने में सहायता करती है। टाइप 2 डायबिटीज के 543 मरीजों पर एक रिव्यू स्टडी हुई जिसमें उनके रक्तचाप स्तर में 24 mg/dL की कमी देखने को मिली। इसके अलावा बहुत से लोगों में भोजन करने के पश्चात् ब्लड शुगर का स्तर रफ़्तार से बढ़ने लगता है। शुगर लेवल में हुई इस वृद्धि के कारण शरीर में ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस तथा इन्फ्लेमेशन भी होने लगता है जिसके कारण शरीर की कोशिकाओं को हानि पहुँचती है तथा डायबिटीज के साथ ही कई और रोगों का संकट बढ़ जाता है। ऐसे में यदि आप दालचीनी का उपयोग करते हैं तो भोजन करने के पश्चात् बढ़ने वाले शुगर लेवल को कम करने में सहायता प्राप्त हो सकती है।