मतदान व्यक्ति के जीवन में स्वतंत्रता का प्रतीक है। यह अधिकार भारतीय सविधान ने हर एक नागरिक को दिया है। अगर नागरिक अपने समाज में कोई बदलाव लाना चाहता है तो वह मतदान करके ही अपने समाज को बदल सकता है। व्यक्ति मतदान करके ही अपनी बात को समाज के सामने रख सकता है। भारत लोकतंत्र का देश है। हमारा भारतीय सविधान हर उस व्यक्ति को मतदान करने का अधिकार प्रदान करता है।जिस व्यक्ति की उम्र 18 साल पूरी हो चुकी हो।
नागरिक के जीवन में मतदान का महत्व : मतदान नागरिक की क्षमता और स्वतंत्रता को प्रकट करता है। इसकी मदद से व्यक्ति अपने देश के लिए सही प्रतिनिधि को चुनने का पूरा अधिकार रखता है। हर नागरिक के सोच और विचार अलग होते है। मतदान से व्यक्तियों के विचार और सोच का पता लगता है। भारत एक लोकतंत्र देश है। 26 जनवरी 1950 को भारत देश को लोकतंत्रता प्राप्त हुई थी। लोकतांत्रिक देश में सभी नागरिको को मतदान देने का अधिकार होता है। यह केवल सरकार के लिए ही नहीं बल्कि नागरिक को अपनी प्रगति के लिए भी करना चाहिए।जो लोग मतदान करना जरुरी नहीं समझते तो उनके इस अधिकार का फायदा गलत पार्टी के प्रतिनिधि उठाते है। वह अपनी लोगो से मतदान करवाते है। और अपनी सरकार बनाते है। ऐसे लोग भ्रष्ट नेता के रूप में सरकार का गलत फायदा उठाते है।ऐसे देश को नुक्सान पहुंचते है।