सफ़ेद पानी जिसको श्वेत प्रदर भी कहा जाता है, महिलाओं का कष्ट दायक रोग है, जिसमे महिलाओं की योनी से सफ़ेद तरल पदार्थ निकलता है, और बहुत गन्दी बदबू आती है, इस रोग से ग्रसित रोगिणी उदास और चिडचिडी रहती है। ऐसे में स्त्रियों के लिए मेथी के यह प्रयोग रामबाण है। आइये जाने।
हरी मेथी के 250 ग्राम पत्ते पानी से अच्छे तरह धोकर एक किलो पानी में उबालें। पानी छानकर हल्का सा गर्म रहने पर डूश लगायें. इस प्रकार पांच चम्मच दाना मेथी एक किलो पानी में उबालकर, छानकर, चौथाई चम्मच हल्दी मिलाकर डूश देने से प्रदर बंद होता है।
रात को सोते समय चार चम्मच पीसी दाना मेथी सफ़ेद एवम साफ़ भीगे हुए पतले कपडे में बांधकर पोटली बनाकर योनी के अन्दर रखकर सोयें। पोटली को साफ़ एवम मज़बूत लम्बे धागे से बांधकर धागा बाहर निकलता हुआ रखें, जिससे पोटली सरलता से बाहर निकाली जा सके। चार घंटे बाद या जब भी किसी तरह का कष्ट हो, पोटली बाहर निकाल लें। जब तक श्वेत प्रदर ठीक ना हो यह प्रयोग करते रहें। इससे श्वेत प्रदर ठीक हो जाता है।
5 चम्मच कूटी हुयी दाना मेथी एक गिलास पानी में चार घंटे भिगोकर, पानी छानकर योनी धोएं।
मेथी पाक या मेथी लड्डू खाने से श्वेत प्रदर से छुटकारा मिल जाता है, शरीर हृष्ट पुष्ट बना रहता है, तथा गर्भाशय की गंदगी बाहर निकालने में सहायता मिलती है।
गर्भाशय कमज़ोर होने पर योनी से पानी की तरह पतला स्त्राव होता है। गुड 1 चम्मच व् मेथी का चूर्ण 1 चम्मच मिलाकर कुछ दिन तक खाएं. इससे श्वेत प्रदर (सफ़ेद पानी) आना बंद हो जाता है।
विशेष
पीरियड्स के सभी प्रकार के कष्टों को खत्म करने के लिए मेथी सर्वोत्तम है। चाहे मेथी की सब्जी खाए या चूर्ण की फंकी लीजिये।