आजकल हार्ट से जुड़ी समस्याएं अधिक बढ़ रही हैं। कोविड-19 काल में हार्ट की रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इसके पीछे की बड़ी वजह तनाव और असंतुलित लाइफस्टाइल है। कई बार सीने में दर्द महसूस होता है, लेकिन कुछ लोग इसे नज़रअंदाज कर देते हैं जो आपके लिए खतरनाक हो सकता है। हार्ट ब्लॉकेज होने पर दिल की धड़कन धीमी हो जाती है और बॉडी ब्लड को ठीक ठंग से पंप नहीं कर पाती है। हार्ट बीट बढ़ने और कम होने लगती है जिससे हार्ट ब्लॉक कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि हार्ट में ब्लॉकेज होने को लेकर हमारा शरीर कई इशारा देता है, जिससे आप समझ सकते हैं कि आपको हार्ट में कुछ परेशानी है।
एक्सपर्ट्स का बोलना है कि हार्ट ब्लॉक आपके दिल के इलेक्ट्रिकल सिस्टम में होने वाली कठिनाई है। इससे आपके दिल की धड़कन ठीक बनी रहती है। इसे एट्रियोवेंट्रिकुलर ब्लॉक AV या कंडक्शन डिसऑर्डर भी बोला जाता है। ऐसा तब होता है जब दिल गति को नियंत्रित करने वाला इलेक्ट्रिकल सिग्नल आंशिक रूप से ब्लॉक हो जाता है। इससे शरीर खून को ठीक तरह से पंप नहीं कर पाता और धड़कन धीमी हो जाती है। एक स्वस्थ आदमी का दिल 1मिनट में करीब 60-100 बार धड़कता है, लेकिन ब्लॉकेज होने पर ये करीब 40 बार कम धड़कता है। ऐसे में सीने में दर्द की समस्या, सांस लेने में तकलीफ जैसे कुछ लक्षण नज़र आ सकते हैं आपको इन्हें नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए। जानते हैं हार्ट ब्लॉक होने पर शरीर में क्या लक्षण नज़र आते हैं?
हार्ट ब्लॉक के लक्षण
- चक्कर आना
- बेहोशी महसूस होना
- दिल की धड़कन का स्लो हो जाना
- दिल की धड़कन अनियमित होना
- सांस लेने में तकलीफ होना
- सीने में दर्द या बेचैनी होना
- एक्सरसाइज करने में परेशानी होना