दमा अस्थमा के तेज़ दौरे में विशेष रूप से तैयार किया गया केला बहुत उपयोगी सिद्ध हो सकता है, आज हम आपको केले को दमे के लिए विशेष रूप से तैयार करना बता रहे हैं। आइये जाने।
1. दमा के तेज़ दौरे के समय पका हुआ एक केला छिलके सहित सेंके। इस सिके हुए केले का छिलका हटाकर केले के टुकड़े करके उन पर 15 कालीमिर्च पीसकर बुरका दें और दमा रोगी को खिलाएं। दमा के तेज़ दौरे में शीघ्र लाभ मिलेगा। केला गरमा गर्म ही खिलाएं, ठंडा होने पर लाभ नहीं करेगा।
2. केले का थोड़ा सा छिलका उसमे चाक़ू से छेद बनाकर चौथाई चम्मच नमक, कालीमिर्च पीसकर भर दें। छेद पर वापिस गूदा लगा दें और वापिस छिलका लगा दीजिये। इसे रात को खुली जगह रखें। रात को चन्द्रमा की चांदनी में रखना अधिक लाभदायक है। प्रात: इस केले को सेंक लें और छीलकर गरमा गर्म ही खाएं। दमा में आराम मिलेगा।
सावधानी।
दमा के रोगियों को केला कम खाना चाहिए और यह ज़रूर ध्यान रखें के कहीं केला खाने से दमा बढ़ तो नहीं रहा। दमा यदि बढ़ता हुआ पाया जाए तो केला नहीं खाना चाहिए। दमे में केले से एलर्जी पायी जाती है।