अगर आपको भूलने की बीमारी तो सेज की पत्तियों से बना चाय आपकी मदद कर सकती है। याद्दाश्त बढ़ाने के अलावा जानिये सेज की पत्तियों के फायदे।
भूलने की बीमारी
कई बार हम कोई सामान कही रखकर भूल जाते है, वैसे तो हमको ये सामान्य सी आदत लगती है। लेकिन कई बार ये यही आदत एल्जाइमर जैसी बीमारी के रूप में सामने आती है। बार-बार भूलने की समस्या केवल बूढ़े लोगों में ही नही होती है जवान और बच्चों को भी हो सकती है। इसका मुख्य कारण है एकाग्रता की कमी। अगर आपको भी ये समस्या महसूस होती है तो अपने आहार में सेज की पत्तियों की चाय शामिल कर लीजिए। आपके लिए फायदेमंद रहेगा।
सेज का पौधा
सेज का पौधा आपके बगीचे में आसानी से मिल जाता है, क्योकि यह पौधा सजावट के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके प्रयोग से कई स्वास्थ्य संबंधी लाभ मिलते है। सेज एक हर्बल पौधा है जिसमें एंटीआक्सीडेंट की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। कोशिकाओं के फिर से बनने में यह बेहद मददगार है। इसके सेवन से न केवल आपकी याददाश्त मजबूत होगी, बल्कि यह स्वास्थ्य सबंधी जैसे कि कोल्ड, ब्रोंकाइटिस, अस्थमा जैसी सांस की बीमारियों और बुखार व्यक्ति की भी दिमाग तेज कर देता है।
शोध की माने तो
यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूकैसल एण्ड नॉर्थमबिया में मेडिक्लिनिकल प्लांट रिसर्च सेंटर के शोधकर्ताओं ने पाया कि सेज (एक प्रकार की वनस्पति) का सेवन करने वाली महिलाओं की रिकॉल मैमोरी में 35 फीसदी का इजाफा देखा गया। सेज में एक्टीलकोलाइन नाम का एक एंटी-ऑक्सीडेंट होता है। यह रसायन अल्जाइमर के मरीजों के लिए भी फायदेमंद होता है। शोध में शामिल प्रतिभागियों ने केवल 50 माइक्रोलीटर के सेज के कैप्यूल का सेवन किया था और उसी से उन्हें इतना फायदा हुआ।
साइड इफेक्ट
अल्जाइमर के उपचार और स्मृति बढ़ाने के लिए मौजूदा दवाओं के कई साइड इफेक्ट होते हैं। चूंकि सेज एक प्राकृतिक जड़ी बूटी है, इसलिए परीक्षण के दौरान इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं देखा गया है। हालांकि इसका इस्तेमाल गर्भवती महिलाओं को नहीं करना चाहिए।
कैसे करे इसका इस्तेमाल
सेज ऑयल कैप्सूल सबसे ज्यादा प्रभावी होते हैं। इसके अलावा आप रोजाना सेज के पत्तों की चाय भी पी सकते हैं। आप अपने सिर पर सेज ऑयल से मालिश कर सकते हैं। इन सबके अलावा आप अपने सूप, पिज्जा और पास्ता सॉस में स्वाद के लिए इसे शामिल कर सकते हैं।