अर्थराइटिस के रोगियों में सबसे अधिक जोड़ों के दर्द और सूजन की कम्पलेन रहती है। बढ़ती आयु के साथ अर्थराइटिस की रोग और अधिक परेशान करने लगती है, हालांकि यदि आप अपने खाने-पीने का थोड़ा ध्यान रखते हैं तो आप इस रोग से बच सकते हैं। आपको दर्द और सूजन में बहुत ज्यादा आराम मिल सकता है। आज हम आपको ऐसे 5 फलों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें अर्थराइटिस के रोगियों को अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।
अर्थराइटिस के मरीज इन फलों को डाइट में शामिल करें
1- संतरा- विटामिन सी अर्थराइटिस के रोगियों के लिए बहुत ज्यादा लाभकारी होता है। संतरा में अच्छी मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है। संतरा में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट से जोड़ों की सूजन भी कम हो जाती है। अर्थराइटिस के रोगियों को संतरा, मौसमी और नींबू जैसे खट्टे फल खाने की सलाह दी जाती है।
2- तरबूज- तरबूज भी अर्थराइटिस के रोगियों के लिए बहुत ज्यादा लाभकारी है। तरबूज में एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण और कैरोटेनॉइड बीट-क्रिप्टोजैन्थिन भी होता है जो अर्थराइटिस के रोगियों के लिए अच्छा होता है। इससे सूजन दूर हो जाती है। तरबूज रयूमेटॉइड अर्थराइटिस के रोगियों के खासतौर से लाभकारी है।
3- अंगूर- अंगूर में ढेर सारे एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं। अंगूर खाने से अर्थराइटिस के रोगियों में दर्द और सूजन कम हो जाती है। अंगूर के छिलकों में रेस्वेट्रॉल नाम का एक एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो अर्थराइटिस के रोगियों के लिए लाभकारी होता है।
4- एवोकाडो- एवोकाडो भी अर्थराइटिस के रोगियों के लिए बहुत ज्यादा अच्छा फल है। एवोकाडो में माइक्रोन्यूट्रिएंट पाए जाते हैं जिससे सूजन कम होती है। एवोकाडो से जोड़ों में होने वाले नुकसान भी कम होता है। यदि आप शुरुआती स्टेज में ही इस फल को खाते हैं तो इससे अर्थराइटिस ठीक भी हो सकता है। एवोकाडो में भरपूर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है इसे सुपरफ्रूट भी कहते हैं।
5- चेरी- अर्थराइटिस के रोगियों को खाने में चेरी भी शामिल करनी चाहिए। चेरी में एंथोसायनिन एंटीऑक्सीडेंट होता है, जिसमें एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं। चेरी खाने से अर्थराइटिस के मरीजों की सूजन कम होती है और दर्द में भी आराम मिलता है।