आमतौर पर महिलाएं भी पुरुषों की तरह हार्ट डिजीज को लेकर असंवेदनशील होती हैं, खासकर मोनोपॉज के बाद। साथ ही डायबिटीज से ग्रस्त और अधिक वजन वाली स्त्रियों में भी हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में हम यहां आपको बताएंगे कि आप किस तरह से हार्ट डिजीज जैसी परेशानी से बच सकती हैं। चलिए जानते हैं।
फिजीकल सक्रिय िटी-हर सप्ताह 150 मिनट मध्यम एरोबिक एक्सरसाइज और 75 मिनट का जोरदार एरोबिक एक्सरसाइज करने की सिफारिश की जाती है – औसतन लगभग 45 मिनट का एक्सरसाइज प्रति सप्ताह पांच दिन। इसमें ब्रिस्क वॉकिंग, रनिंग, जॉगिंग, स्विमिंग, डांसिंग शामिल हैं।
हार्ट हेल्दी डाइट-महिलाओं को हार्ट हेल्दी डाइट लेनी चाहिए। इस तरह की डाइट में कम फैट और कम नमक वाला आहार, फाइबर की भरपूर मात्रा, सब्जियां और फल शामिल होते हैं। सैचुरेटेड फैट, शुगर वाली चीजें, प्रोसेस्ड फूड और रेड मीट से बचें।
हार्ट संबंधी दवाएं-अगर आप हार्ट बीमार हैं या आपको डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर या हाई कोलेस्ट्रॉल है, तो आपको अपने डॉक्टर द्वारा कुछ दवाएं निर्धारित की गई होंगी। अपनी दवाओं से स्वयं को परिचित करें और सुनिश्चित करें कि आप उन्हें नियमित रूप से निर्धारित रूप से लेती हैं, क्योंकि इनमें से कुछ दवाएं हार्ट अटैक पड़ने की आसार को कम करती हैं।
तनाव को करें कंट्रोल-तनाव एक अन्य जरूरी जोखिम कारक है जिसे दुर्भाग्य से मापा नहीं जा सकता है। तनाव हमारे जीवन में लगभग अपरिहार्य है, खासकर उन स्त्रियों को जिन्हें घर के कामों, कार्य से जुड़े मुद्दों और भिन्न-भिन्न रिश्तों को मैनेज करना पड़ता है। तनाव से निपटने में योग और मेडिटेशन बहुत उपयोगी हो सकते हैं ।
ओरल कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स-स्वाभाविक रूप से एस्ट्रोजन का उत्पादन कार्डियो-प्रोटेक्टिव है, मेनोपॉज के बाद बाहरी रूप से दिया गया कोई भी एस्ट्रोजन हार्ट डिजीज के जोखिम को कम नहीं करता है। इसके विपरीत, यह हार्ट डिजीज और थ्राम्बोसिस (ब्लड क्लॉट फॉर्मेशन) के जोखिम को बढ़ाता है। इसलिए, सावधानी के साथ और चिकित्सकीय देखरेख में रहें।
वजन कम करें-अधिक वजन या मोटा होना एक प्रमुख जोखिम कारक है। कोई भी महिला जिसका बॉडी मास इंडेक्स 25 से अधिक है या जिसकी कमर का साइज 35 इंच से ज्यादा है, उसमें हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है। रेगुलर एक्सरसाइज और स्ट्रिक्ट डाइट कंट्रोल आपके शरीर के वजन को कम करने और बनाए रखने में सहायता करता है।
स्मोकिंग न करें-महिलाओं में स्मोकिंग का प्रचलन बढ़ रहा है। हालांकि, महिलाएं पुरुषों की तुलना में बहुत कम स्मोकिंग करती हैं, लेकिन पुरुषों की तुलना में स्त्रियों में स्मोकिंग अधिक हानिकारक हो सकती है। इसके अतिरिक्त ई-सिगरेट या वापिंग बुरा नहीं लेकिन समान रूप से गड़बड़ हैं।
सर्केडियन रिदम के साथ तालमेल-पर्याप्त नींद और आराम हेल्दी कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम का जरूरी घटक है। नींद के अनियमित घंटे और अपर्याप्त नींद से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और हार्ट हेल्थ पर प्रतिकूल असर पड़ता है। रात 9 बजे के बाद स्क्रीन टाइम को कम करके आप बेहतर नींद ले सकती हैं।