घी स्वादिष्ट होने के साथ स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है. यह ओमेगा-3 फैटी एसिड और विटामिन ए का भंडार है, जिसके सेवन से स्वास्थ्य को कई अद्भुत स्वास्थ्य फायदा होते हैं. साइंस ही नहीं, आयुर्वेद भी घी को सबसे मूल्यवान खाद्य पदार्थों में से एक माना जाता है. कुछ घरों में घी का इस्तेमाल लगभग हर खाने की वस्तु में किया जाता है.ऐसा माना जाता है कि रिफाइंड ऑयल की स्थान घी का इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए बेहतर होता है. घी न केवल भोजन के स्वाद को बढ़ाता है बल्कि यह हेल्दी फैट है, जिसमें कई औषधीय गुण होते हैं. अधिकांश लोग घी का इस्तेमाल रोटी, चावल या दाल के साथ करते हैं लेकिन आयुर्वेद करने की सलाह देता है.न्यूट्रिशनिस्ट अवंती देशपांडे के अनुसार, घी को शरीर को ताकत देने और अच्छे स्वास्थ्य बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है. यदि प्रतिदिन प्रातः काल खाली पेट नियमित रूप से घी का सेवन किया जाए, तो यह करिश्मा कर सकता है. आयुर्वेद में घी को छोटी आंतों के कामकाज में सुधार करने जठरांत्र संबंधी मार्ग के अम्लीय पीएच को कम करने के लिए जाना जाता है.(
घी स्वादिष्ट होने के साथ स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है. यह ओमेगा-3 फैटी एसिड और विटामिन ए का भंडार है, जिसके सेवन से स्वास्थ्य को कई अद्भुत स्वास्थ्य फायदा होते हैं. साइंस ही नहीं, आयुर्वेद भी घी को सबसे मूल्यवान खाद्य पदार्थों में से एक माना जाता है. कुछ घरों में घी का इस्तेमाल लगभग हर खाने की वस्तु में किया जाता है.
ऐसा माना जाता है कि रिफाइंड ऑयल की स्थान घी का इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए बेहतर होता है. घी न केवल भोजन के स्वाद को बढ़ाता है बल्कि यह हेल्दी फैट है, जिसमें कई औषधीय गुण होते हैं. अधिकांश लोग घी का इस्तेमाल रोटी, चावल या दाल के साथ करते हैं लेकिन आयुर्वेद करने की सलाह देता है.
न्यूट्रिशनिस्ट अवंती देशपांडे के अनुसार
, घी को शरीर को ताकत देने और अच्छे स्वास्थ्य बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है. यदि प्रतिदिन प्रातः काल खाली पेट नियमित रूप से घी का सेवन किया जाए, तो यह करिश्मा कर सकता है. आयुर्वेद में घी को छोटी आंतों के कामकाज में सुधार करने जठरांत्र संबंधी मार्ग के अम्लीय पीएच को कम करने के लिए जाना जाता है.
आंतों के कामकाज में करता है सुधार
खराब आहार, तनाव या नींद की कमी, गतिहीन जीवन शैली, एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग आंत के अस्वस्थ होने के प्रमुख कारण हैं. यदि आप इनमें से किसी भी परेशानी का अनुभव करते हैं, तो अब समय आ गया है कि आप अपना पेट ठीक करें और घी का सेवन प्रारम्भ कर दें.
पाचन तंत्र को करता है साफ नियमित रूप से प्रातः काल खाली पेट घी खाने से पाचन तंत्र स्वस्थ और मजबूत बनता है. इसके सेवन से कब्ज और बवासीर जैसी परेशानी से बचने में सहायता मिल सकती है.
चेहरे पर आती है चमक घी आपको साफ और चमकदार स्कीन देता है. इसके नियमित सेवन से चेहरे की झुर्रियां और अन्य समस्याएं ठीक हो सकती हैं. यदि आप चेहरे की किसी परेशानी से जूझ रहे हैं, तो आपको घी खाना प्रारम्भ कर देना चाहिए.
कब्ज से देता है राहत
रोजाना घी का सेवन अनियमित मल त्याग को ठीक करता है और कब्ज जैसी परेशानी से बचाता है. यदि आप पुराने कब्ज से परेशान हैं, तो आपको खाली पेट घी खाना चाहिए.
वजन घटाने में सहायक
घी लंबे समय तक भूख को कंट्रोल करता है, इस प्रकार, यह वजन घटाने के लिए बहुत अच्छा है. इसमें आंत के अनुकूल एंजाइम होते हैं, जो आंत के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायता करते हैं. यह हड्डियों की शक्ति और सहनशक्ति को भी बढ़ाता है.