हर वर्ष दिल का दौरा पड़ने से कई लोगों की मृत्यु हो जाती ह. दिल बहुत गम्भीर होता है और बड़ी बातों को लेकर घबरा जाता है. ऐसे में कई लोगों लोगों को दिल का दौरा पड़ जाता है. अब आज हम आपको बताने जा रहे हैं दिल का दौरा पड़ने पर क्या करना चाहिए.
दिल का दौरा पड़ने पर क्या करें- डॉ. हामदुले ने बताया कि हार्ट अटैक के बाद एक घंटे या 90 मिनट के बाद दिल की मांसपेशियां मरने लगती हैं, क्योंकि इससे रक्त मिलना बंद हो जाता है और 6 घंटे के बाद दिल के विभिन्न हिस्से गंभीर रूप से, अपरिवर्तनीय रूप से क्षतिग्रस्त हो सकते हैं और अधिकतर समय मरीजों को दूसरा मौका नहीं मिलता. ऐसे में हार्ट अटैक के बाद के पहले घंटे को गोल्डन आवर भी बोला जाता है.
इसवजह से हार्ट अटैक के पहले घंटे के अंदर कैथ प्रयोगशाला की सुविधा वाले सबसे पास के हॉस्पिटल में पहुंचना जरूरी साबित हो सकता है, इससे डॉक्टरों को हार्ट अटैक की पुष्टि करने और बीमार को PAMI के लिए ले जाने के लिए स्कैन और परीक्षण 犀利士
करने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा. आप सभी को बता दें कि इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट तब रक्त प्रवाह को बहाल करने के लिए प्राथमिक एंजियोप्लास्टी कर सकते हैं. वहीं एक अन्य डॉक्टर का बोलना है दिल का दौरा पड़ने पर किसी भी आदमी को तुरन्त First Aid देने से हम उसकी जान की रक्षा कर सकते हैं.
इस दौरान सबसे अहम बात ये है कि बिल्कुल घबराएं नहीं और मरीज़ को आरामदायक हालत में बैठाएं, मरीज़ को घेरकर न खड़ें हों जिससे उसको सांस लेने में तकलीफ न हो, मरीज़ के कपड़ों को ढीला करें. वहीं यदि आप घर में हैं, तो खिड़कियों को खोलें जिससे वेंटिलेशन हो सके. मरीज़ को जल्द से जल्द एस्प्रिन टैबलेट और नाइट्रोग्लिसरीन टैबलेट दें और साथ ही मरीज़ से भी पूछले की दिल के दर्द के लिए और कोई दवा यदि वो लेता हो तो वो भी साथ में दे सकते हैं. वहीं यदि एम्बुलेंस आने में बहुत देर है, तो इंतज़ार न करें और जल्द से जल्द हॉस्पिटल की इमरजेंसी में ले जाएं.