वजन घटाना अपने आप में बहुत बड़ा चैलेंज है. लेकिन यह उन नयी माओं के लिए और अधिक कष्टदायक हो जाती है, जो पहली बार अपने शरीर में आकस्मित आए इस परिवर्तन को देखती हैं. कुछ ऐसा ही 35 वर्ष की मीनू गर्ग के साथ हुआ. प्रेग्नेंसी के बाद उन्हें अहसास हुआ कि उनका वजन आवश्यकता से अधिक बढ़ गया है. एक समय पर जब लोग उनके मोटे होने पर ताने कसने लगे, तब उन्होंने वजन घटाने का निर्णय किया. उन्होंने अपने खाने-पीने में परिवर्तन करके और वर्कआउट से पहले अजवायन का पानी पीकर मात्र 6 महीने में 24 किलो वजन कम कर लिया. वजन घटाने की उनकी खोज कई अन्य लोगों के लिए एक प्रेरणा है. तो आइए जानते हैं कैसे रही मीनू की वेटलॉस जर्नी- नाम- मीनू गर्गव्यवसाय- कॉर्डिनेटरआयु- 35 साल सबसे अधिक रिकॉर्ड किया वजन- 80 किग्राकम किया वजन- 24 किलो वजन कम करने में लगने वाला समय- 6 महीने
वजन घटाना अपने आप में बहुत बड़ा चैलेंज है. लेकिन यह उन नयी माओं के लिए और अधिक कष्टदायक हो जाती है, जो पहली बार अपने शरीर में आकस्मित आए इस परिवर्तन को देखती हैं. कुछ ऐसा ही 35 वर्ष की मीनू गर्ग के साथ हुआ. प्रेग्नेंसी के बाद उन्हें अहसास हुआ कि उनका वजन आवश्यकता से अधिक बढ़ गया है.
एक समय पर जब लोग उनके मोटे होने पर ताने कसने लगे, तब उन्होंने वजन घटाने का निर्णय किया. उन्होंने अपने खाने-पीने में परिवर्तन करके और वर्कआउट से पहले अजवायन का पानी पीकर मात्र 6 महीने में 24 किलो वजन कम कर लिया. वजन घटाने की उनकी खोज कई अन्य लोगों के लिए एक प्रेरणा है. तो आइए जानते हैं कैसे रही मीनू की वेटलॉस जर्नी-
नाम- मीनू गर्ग
व्यवसाय- कॉर्डिनेटर आयु- 35 साल सबसे अधिक रिकॉर्ड किया वजन- 80 किग्रा कम किया वजन- 24 किलो वजन कम करने में लगने वाला समय- 6 महीने
टर्निंग पॉइंट-
मीनू कहती हैं कि आप मानें या ना मानें, मैं हमेशा से फिट थी. लेकिन मेरी डिलीवरी होने के बाद भी जब मेरा वजन कम नहीं हुआ, तो लोगों ने मुझे ताने मारने प्रारम्भ कर दिए थे. बार-बार लोगों की इन बातों की वजह से न केवल मेरा आत्मसम्मान कम होने जगा, बल्कि मेरे आत्मविश्वास में भी कमी आने लगी थी. बस तभी मैंने निर्णय किया , कि जो चाहे करना पड़े
वजन कम करना ही मेरा लक्ष्य होगा. मैंने सब कुछ किया और फिट हो गई. जन्म देने के 6 महीने के भीतर मैंने सारा ज्यादा फैट कम कर लिया.
ओवरवेट होने के कारण किन समस्याओं का सामना करना पड़ा
मीनू बताती हैं कि प्रेगनेंसी में तो वजन बढ़ ही गया था, लेकिन डिलीवरी के बाद भी जब वजन कम नहीं हुआ, तो मुझे कई चीजों का सामना करना पड़ा. मेरे कपड़े मुझे फिट नहीं आ रहे थे और अंदर से बहुत ज्यादा भारीपन महसूस होने लगा था, जिससे मेरा डेली रूटीन भी बहुत ज्यादा डिस्टर्ब होने लगा था और मैं लो एनर्जी फील करती थी.
कैसा था डाइट प्लान
नाश्ता-
पपीता या पोहा या उपमा
दोपहर का खाना-
दाल, रोटी के साथ सलाद
रात का खाना-
सब्जी के साथ रोटी
प्री-वर्कआउट मील-
भीगे हुए बादाम के साथ अजवाइन का पानी
पोस्ट वर्कआउट मील-
ताजा फल
लो कैलोरी रेसिपी-
कुछ भी खाते समय पोर्शन साइज का ध्यान रखा.
वर्कआउट और फिटनेस गोपनीय –
मीनू बताती हैं कि मैंने नियमित रूप से जॉगिंग की है. इसके साथ ही खूब पैदल चलकर मैंने अपना वजन कम किया है. फिटनेस के लिए हेल्दी डाइट ली वो भी हेल्दी माइंड के साथ.
खुद को कैसे मोटिवेट रखा
अपना वजन बनाए रखना और वजन कम करना दोनों ही बहुत मुश्किल है. इसलिए मैंने सुंदर दिखने और अच्छा महसूस करने के लिए हमेशा स्वयं को प्रेरित करने की प्रयास की.
लाइफस्टाइल में क्या परिवर्तन किए-
मीनू बताती हैं कि वजन घटाने के लिए मैंने फास्ट फूड से दूरी बना ली थी. 6 महीने तक मैंने फास्ट फूड का नाम तक नहीं लिया, जो मेरा फेवरेट है. सबसे महत्वपूर्ण मैंने प्रातः काल शीघ्र उठना प्रारम्भ किया और अच्छी नींद लेना भी. इससे मुझे एक अलग ही उऊर्जा का अनुभव हुआ और मेरा वजन भी कम होने लगा था.
खुद के वेटलॉस से क्या सीख मिली-
मीनू कहती हैं कि मेरी वेटलॉस जर्नी बहुत ज्यादा मुश्किल थी, लेकिन असंभव नहीं थी. इसलिए मेहनत करने वालों के लिए कुछ भी ना संभव नहीं होता. हम जब चाहें और जैसे चाहें अपना लक्ष्य हासिल कर सकते हैं.