Yoga For Immunity And Energy: यदि आपको रात में अच्छी नींद नहीं आती है। दिनभर थकान, आलस और कमजोरी महसूस होती है। तो आपको प्रातः काल उठकर थोड़ा व्यायाम जरूर करना चाहिए। अधिक लंबे समय तक ऐसा महसूस होने से हमारी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर इसका प्रभाव पड़ता है। केवल आपको प्रातः काल 10 मिनट अपने स्वास्थ्य के लिए निकालने हैं। आप प्रातः काल उठने के बाद इस योगासन को करके आलस, थकान और कमजोरी को दूर भगा सकते हैं। केवल 10 मिनट मार्जरासन-बिटिलासन योग करने से आप स्वयं को तरोताजा और सक्रिय महसूस करेंगे। आइये जानते हैं इसके फायदे और करने का तरीका।
मार्जरासन-बिटिलासन योग
सुबह उठकर बहुत सारे लोगों को कमर में दर्द, शरीर में दर्द और मांसपेशियों में भी दर्द बना रहता है। कई लोगों को प्रातः काल जगकर भी आसल छाया रहता है। ऐसे में आपको प्रातः काल उठकर 10 मिनट के लिए योग जरूर करना चाहिए। आप प्रातः काल उठकर मार्जरासन-बिटिलासन करना शुरु कर दें। बिटिलासन का मतलब है गाय का आसन इसे Cow pose भी कहते हैं। मार्जरासन को बिल्ली का आसन या Cat pose कहते हैं। इस योगासन को करने के बहुत फायदे हैं। इससे आपकी रीढ़ की हड्डी और पीठ की मांसपेशियों में लचीलापन आ जाता है और शरीर का दर्द भी दूर हो जाता है।
मार्जरासन-बिटिलासन करने का तरीका
- सबसे पहले एक समतल स्थान पर लेट जाएं। आप चाहें इसे बिस्तर पर भी कर सकते हैं।
- अब हथेलियां को सीधे कंधों के नीचे रख लें। ध्यान रहे आपके घुटने सीधे कूल्हे की हड्डी के नीचे होने चाहिए।
- इसके बाद अपने पैरों को आराम दें और पैर को फ्लैट रखते हुए उंगलियों को अंदर कर लें।
- अब गहरी सांस लें और अब सांस को धीरे से छोड़ें।
- एक बार फिर सांस लें और पेट को नीचे की ओर खींचें।
- अब पीठ को आर्काइव करें और टेलबोन को ऊपर की ओर देखते हुए आगे बढ़ें।
- थोड़ी देर तक आपको इसी पॉजीशन में रहना है। और धीरे-धीरे सांस बाहर छोड़े।
- थोड़ी देर रुकने के बाद फिर से इसे दोहराएं। आपको डेली कम से कम 10 बार इस योगसन को करना है।
मार्जरासन-बिटिलासन योग के फायदे
1- अधिक देर तक लैपटॉप या कंप्यूटर पर कार्य करने वाले लोगों को गर्दन और पीठ के दर्द में इससे आराम मिलेगा।
2- इस योगासन को करने से शरीर और मन दोनों शांत रहते हैं। और कार्य में आप अधिक फोकस कर पाते हैं।
3- आपका शरीर और दिमाग दोनों स्वस्थ रहते हैं। इसे नियमित रुप से करने पर कई तरह की रोंगों से बचे सकते हैं।
4- इस योगासन से आपके पॉश्चर में भी सुधार आएगा और पॉश्चर से जुड़ी परेशानियां भी नहीं होंगी।
5- इससे बैक पेन में आराम पड़ेगा और रीढ़ की हड्डी मजबूत होगी।
6- मिडिल बैक, लोअर बैक, गर्दन और कंधों का दर्द समाप्त हो जाता है। और टेंशन भी कम होती है।
7- इससे कोर मसल्स मजबूत होती हैं और बॉडी में स्टेबिलिटी बढ़ती है।
8- इससे हाथ, कंधों और कलाई में होने वाले दर्द में आराम मिलता है।
9- इससे पाचनतंत्र मजबूत होता है और लंबे समय तक हिप ज्वाइंट, घुटने के ज्वाइंट, कंधों के जोड़ मजबूत होते हैं।
10- इस योगासन से नींद अच्छी आती है और सोते समय स्ट्रेस कम होता है।