भारत में कई प्रकार के पेड़ पौधे और जड़ी-बूटियाँ पाई जाती है। भारतीय वनस्पति के इस्तेमाल से न केवल स्वास्थय ठीक होता है। बल्कि इसके इस्तेमाल से मनुष्य की आयु भी लंबी होती है। भारत में आमतौर पर जड़ी-बूटियाँ और पेड़-पौधे हिमाचल के पहाड़ी जंगलो में ही पाए जाते है। पर कुछ ऐसे दुर्लभ पौधों को घर के गार्डन में भी आसानी से उगाया जा सकता है। इन्हीं दुर्लभ पौधों में से एक पौधा है ‘सिन्दूर का पौधा’
सिन्दूर का पौधा : सिन्दूर का पौधा एक ख़ास पौधा है। जिसकी फली से सिन्दूर बनाया जाता है। जिसे ऑर्गेनिक सिन्दूर कहते है। भारत में इसी सिन्दूर का महत्व है।इस पौधे के बहुत सारे नाम है। कुछ लोगो इसे लिपस्टिक ट्री भी कहते है,क्युकि इस पौधे के फल का इस्तेमाल लिपस्टिक का रंग बनाने में भी किया जाता है।
सिन्दूर के पौधे का इस्तेमाल : जिस तरह इस पौधे को बहुत सारे यूनिक नामो से जाना जाता है उसी तरह इस पौधे का इस्तेमाल लिपस्टिक और सिन्दूर के इलावा बहुत सी चीजों को तैयार करने में किया जाता है।इस पौधे का इस्तेमाल बाल कलर करने वाले हेयर कलर,नेल पोलिश,लाल स्याही,और पेंट बनाने के लिए भी किया जाता है। विदेशो में इस पौधे के इस्तेमाल से कई तरह की डिशज़ पकाई जाती है।
घर के गार्डन में कैसे लगाए सिन्दूर का पौधा : इस पौधे को अपने घर के गार्डन में लगाने के लिए सही सामग्री की जरुरत होती है। इस पौधे को लगाने के लिए बस छोटी-छोटी बातो का ध्यान रखने की आवश्यक्ता है। अगर बीज सही नहीं होगा तो आप कितनी भी मेहनत कर ले पौधा सही से नहीं उगेगा ।अगर आपको सही बीज का चुनाव नहीं करना आता ,तो इसके इलावा आप किसी नर्सरी से जाकर भी सिंदूर का छोटा सा पौधा ले सकते है। इस औषधिय पौधे को लगाने के लिए आप को सबसे पहले सही बीज ,मिट्टी,खाद,पानी और गमले का इंतजाम करना होगा।
विधि : सबसे पहले आप को पौधा लगाने के लिए मिट्टी तैयार करनी होगी। पौधा लगाने के लिए मिट्टी नमी मुक्त और कीड़े मुक्त होनी चाहिए ,इसके लिए हमें मिट्टी को गमले में डाल कर एक दिन के लिए धूप में रखना होगा। मिट्टी में धूप लगाने के अगले दिन बाद मिट्टी में दो मग खाद डाल दे और किसी औजार की मदद से खाद को मिट्टी में मिक्स कर दीजिए। इसके बाद गमले की मिट्टी में थोड़ा गहरा गड्ढा कर के बीज या सिन्दूर का पौधा लगा के गमले में ऊपर तक मिट्टी भर दे, बीज या पौधे पर हल्का पानी डाल कर छोड़ दे। बीज की जल्दी उपज और पौधे को बड़ा करने के लिए जैविक खाद का ही इस्तेमाल करना चाहिए, केमिकल युक्त खाद पौधे के विकास को प्रभावित कर सकता है। सिन्दूर का पौधा जब थोड़ा ज्यादा बड़ा हो जाये तो हफ्ते में दो बार पानी डाल सकते है। जब पौधे पर फल लगने लगे तो कीटनाशक का छिड़काव भी करते रहना चाहिए। नीबू के रस या सिरके का इस्तेमाल कीटनाशक के रूप में कर सकते है। इससे पौधे को कोई नुक्सान भी नहीं होगा। इस तरह तैयार पौधे के फल को आप जैसे चाहे इस्तेमाल कर सकते है।