Yoga Tips: बदलते मौसम में हम सभी बीमार पड़ जाते हैं। चाहें वह खांसी और जुकाम हो या अपच हो। जब हम बीमार नहीं होते हैं तो हमें बोला जाता है कि हम स्वस्थ भोजन करें और खूब अभ्यास करें। लेकिन जब हम बीमार हो जाते हैं तब भी हमको एक्सरसिज करनी चाहिए। हालांकि अच्छा स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए योग और अभ्यास हमारे जीवन का एक भाग होना चाहिए। लेकिन जब हम बीमार होते हैं तब हमें अभ्यास करने के लिए नहीं बोला जाता है।
ऐसा इसलिए क्योंकि बीमार होने पर हम निर्बल होते हैं इसलिए ज्यादातर लोगों के मन में यही प्रश्न होता है कि हमें रोग के दौरान योग करना चाहिए या छोड़ देना चाहिए। वहीं योग हमारे शरीर को भीतर से ठीक करने में हमारी सहायता करता है। ऐसे समय में अन्य प्रकार की अभ्यास हमें और थका सकती है लेकिन योगासन आपको स्वस्थ और हल्का महसूस कराता है। ऐसे में आपको अधिक परेशान होने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि हम यहां आपको बताएंगे कि आपको रोग में योग करना चाहिए या नहीं।
अगर सामान्य सर्दी और खांसी, बुखार है तो करें ये योगा-
- कपालभाति (Kapalbhati)-किसी भी आरामदायक स्थिति में बैठें। इसके बाद जोर से सांस छोड़ें ताकि पेट अंदर की ओर जाएं।
- सूर्य नमस्ते (Surya Namaskar)– 11 चक्र करें और एक चक्र के 24 चरण हैं।
अगर दस्त, उल्टी या कोई रोग है तो करें ये योग-
अनुलोम विलोम- अपनी दाईं नाक को बंद करें। अब बाईं नाक से सांस लें इसके बाद अपनी बाईं नाक को बंद करें फिर अपनी दाईं नाक से सांस छोड़े। ऐसा ही विपरीज दोहराएं। वहीं यदि आप निर्बल महसूस करते हैं तो आप अपने बिस्तर पर भी इनका एक्सरसाइज कर सकते हैं।