विश्व कैंसर दिवस कैंसर (World Cancer Day) हर वर्ष 4 फरवरी को मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य कैंसर की गंभीर और जानलेवा रोग के बारे में जागरूकता फैलाना और लोगों को इस रोग से पीड़ित मरीजों की सहायता करने के लिए प्रोत्साहित करना है. कैंसर एक बड़ी रोग है, जिसका समय पर उपचार महत्वपूर्ण है. हिंदुस्तान और पूरे विश्व में हर वर्ष बड़ी संख्या में लोग इस खतरनाक रोग से पीड़ित होते हैं और जान से हाथ धो बैठते हैं.इस दिन का नेतृत्व यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल (UICC) नामक एक गैर-सरकारी संगठन द्वारा किया जाता है, जिसे पहले इंटरनेशनल यूनियन अगेंस्ट कैंसर के नाम से जाना जाता था. इस संगठन का मुख्यालय जिनेवा में है, जिसके 170 से अधिक राष्ट्रों में लगभग 2000 मेम्बर हैं. इस वर्ष यानी 2022 में वर्ल्ड कैंसर डे की थीम (World Cancer Day Theme 2022) ‘क्लोज द केयर गैप’ है, जो पूरे विश्व के लोगों के लिए अपने आप में एक जरूरी संदेश भी है.पिछले कुछ वर्षों में कैंसर के उपचार में जरूरी परिवर्तन आए हैं. आज के समय में कैंसर के लिए बेहतर जाँच और उपचार मौजूद हैं, जिनकी बदौलत मरीज पहले से कहीं अधिक समय तक जीवित रह रहे हैं. डॉक्टरों का मानना है कि नियमित जाँच कराने से बीमारियां शीघ्र पकड़ में आती हैं और उनका उपचार सरल हो जाता है. ) इस बात पर निर्भर करते हैं कि कैंसर कहां है, कितना बड़ा है और यह इर्द-गिर्द के अंगों या ऊतकों को कितना प्रभावित करता है. यदि कैंसर फैल गया है, तो शरीर के विभिन्न हिस्सों में लक्षण या लक्षण दिखाई दे सकते हैं. अनुसार, कैंसर कई तरह के होते हैं और कोई भी कैंसर जब बढ़ता है, तो वो आसपास के अंगों, रक्त वाहिकाओं और तंत्रिकाओं पर जोर देना प्रारम्भ कर सकता है. यह दबाव कैंसर के कुछ लक्षणों और संकेतों का कारण बनता है. हम आपको कैंसर की आरंभ के कुछ लक्षण बता रहे हैं, जिन्हें समय पर पहचानकर आप शीघ्र और पास उपचार करा सकते हैं. ध्यान रहे कि इन लक्षणों का मतलब यह नहीं है कि आपको कैंसर ही हो. लेकिन सुरक्षित रहने के लिए इन पांच लक्षणों और संकेतों के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें.
Cancer ke lakshan: ) इस बात पर निर्भर करते हैं कि कैंसर कहां है, कितना बड़ा है और यह इर्द-गिर्द के अंगों या ऊतकों को कितना प्रभावित करता है. यदि कैंसर फैल गया है, तो शरीर के विभिन्न हिस्सों में लक्षण या लक्षण दिखाई दे सकते हैं.
विश्व कैंसर दिवस कैंसर (World Cancer Day)
हर वर्ष 4 फरवरी को मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य कैंसर की गंभीर और जानलेवा रोग के बारे में जागरूकता फैलाना और लोगों को इस रोग से पीड़ित मरीजों की सहायता करने के लिए प्रोत्साहित करना है. कैंसर एक बड़ी रोग है, जिसका समय पर उपचार महत्वपूर्ण है. हिंदुस्तान और पूरे विश्व में हर वर्ष बड़ी संख्या में लोग इस खतरनाक रोग से पीड़ित होते हैं और जान से हाथ धो बैठते हैं.
इस दिन का नेतृत्व यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल (UICC) नामक एक गैर-सरकारी संगठन द्वारा किया जाता है, जिसे पहले इंटरनेशनल यूनियन अगेंस्ट कैंसर के नाम से जाना जाता था. इस संगठन का मुख्यालय जिनेवा में है, जिसके 170 से अधिक राष्ट्रों में लगभग 2000 मेम्बर हैं. इस वर्ष यानी 2022 में
वर्ल्ड कैंसर डे की थीम (World Cancer Day Theme 2022)
‘क्लोज द केयर गैप’ है, जो पूरे विश्व के लोगों के लिए अपने आप में एक जरूरी संदेश भी है.
पिछले कुछ वर्षों में कैंसर के इलाज में जरूरी परिवर्तन आए हैं. आज के समय में कैंसर के लिए बेहतर जाँच और उपचार मौजूद हैं, जिनकी बदौलत मरीज पहले से कहीं अधिक समय तक जीवित रह रहे हैं. डॉक्टरों का मानना है कि नियमित जाँच कराने से बीमारियां शीघ्र पकड़ में आती हैं और उनका उपचार सरल हो जाता है.) इस बात पर निर्भर करते हैं कि कैंसर कहां है, कितना बड़ा है और यह इर्द-गिर्द के अंगों या ऊतकों को कितना प्रभावित करता है. यदि कैंसर फैल गया है, तो शरीर के विभिन्न हिस्सों में लक्षण या लक्षण दिखाई दे सकते हैं.
अनुसार, कैंसर कई तरह के होते हैं और कोई भी कैंसर जब बढ़ता है, तो वो आसपास के अंगों, रक्त वाहिकाओं और तंत्रिकाओं पर जोर देना प्रारम्भ कर सकता है. यह दबाव कैंसर के कुछ लक्षणों और संकेतों का कारण बनता है. हम आपको कैंसर की आरंभ के कुछ लक्षण बता रहे हैं, जिन्हें समय पर पहचानकर आप शीघ्र और पास उपचार करा सकते हैं. ध्यान रहे कि इन लक्षणों का मतलब यह नहीं है कि आपको कैंसर ही हो. लेकिन सुरक्षित रहने के लिए इन पांच लक्षणों और संकेतों के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें.
बेवजह वजन कम होना
अगर आपका बिना किसी कारण के वजन कम हो रहा है, तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए. 10 पाउंड या इससे थोड़ा अधिक वजन कम होना चिंता की कोई बात नहीं हो सकती है लेकिन यदि इससे अधिक वजन कम हो रहा है, तो सावधान हो जाएं. दुर्लभ मामलों में यह कैंसर का पहला इशारा हो सकता है.
हमेशा थकान रहना
ध्यान रहे कि यह उस तरह की थकान नहीं है जैसा आप दिनभर के कार्य या खेलने के बाद महसूस करते हैं. अत्यधिक थकान जो आराम करने से ठीक नहीं होती है, वह कैंसर का प्रारंभिक इशारा हो सकता है. कैंसर आपके शरीर के पोषक तत्वों को बढ़ने से रोकता है इसलिए वे पोषक तत्व आपके शरीर की भरपाई नहीं कर पाते हैं, जिससे अक्सर थकान महसूस होती है. हालांकि
थकान के बहुत सारे कारण हो सकते हैं इसलिए जाँच कराना और डॉक्टर से सलाह लेना आपके लिए ठीक साबित होगा.
बुखार
बुखार सर्दी और फ्लू का एक सामान्य लक्षण हो सकता है, और यह अपने आप ठीक हो जाता है. आजकल कोविड-19 वायरस की वजह से बुखार हो रहा है जो अधिक दिनों तक बना रह सकता है. लेकिन कैंसर का बुखार थोड़ा लग होता है. यदि आपको बुखार ज्यादातर रात में होता है, आपको बुखार के साथ किसी तरह का कोई संक्रमण और लक्षण नहीं है और आपको रात को पसीना आता है, तो कैंसर का लक्षण हो सकता है.
दर्द
हालांकि दर्द एक लक्षण है, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं के कारण हो सकता है. लेकिन लगातार दर्द किसी अंतर्निहित रोग का इशारा भी दे सकता है. कैंसर विभिन्न उपायों से दर्द पैदा कर सकता है. यदि आप ऐसा दर्द महसूस कर रहे हैं, जो दूर नहीं हो रहा और पता नहीं चल रहा है कि क्यों हो रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें.
त्वचा में किसी तरह का बदलाव
त्वचा शरीर का सबसे बड़ा अंग है और समग्र स्वास्थ्य में अहम किरदार निभाती है.
पीलिया
(आंखों या उंगलियों का पीला पड़ना) एक ऐसा लक्षण है जो संभावित संक्रमण या कैंसर का इशारा दे सकता है. यदि आपको पीलिया के कोई लक्षण दिखाई दें तो अपने डॉक्टर से सम्पर्क करें. तिल और मस्से भी कैंसर का कारण हो सकते हैं इसलिए ध्यान रखें कि तिल या मस्से कुछ अलग तरह के तो नहीं, वो फैल तो नहीं रहे, उनका रंग तो नहीं बदल रहा या वो तेजी से बढ़ तो नहीं रहे। यदि ऐसा हो रहा है तो सावधान हो जाएं.