मक्खन (Butter) भोजन के स्वाद को बेहतर बनाता है और यह बच्चों को बहुत अधिक पसंद भी होता है. चूंकि यह एक तरह का डेयरी प्रोडक्ट है इसलिए प्रश्न पैदा होता है कि मक्खन स्वास्थ्य के लिए अच्छा है या हानिकारक. वैसे एक्सपर्ट्स मक्खन को स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक लाभकारी नहीं मानते हैं लेकिन यदि इसका सीमित मात्रा में सेवन किया जाए तो कोई नुकसान भी नहीं है. खाने-पीने के मुद्दे लोग बहुत अधिक नहीं सोचते हैं. अक्सर देखा जाता है कि प्रतिदिन हर प्रातः काल अपने टोस्ट पर खून सारा मक्खन लगाकर खाते हैं. यदि आप भी ऐसा करते हैं, तो समझ लें कि आप धीरे-धीरे कई गंभीर रोंगों का न्योता दे रहे हैं. इस बीच सबसे गंभीर बात यह है कि मार्केट में नकली मक्खन भी खूब धड़ल्ले से बिक रहा है. आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि नकली मक्खन स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक हानिकारक हो सकता है और आपको जोखिम में डाल सकता है. यदि आप भी मक्खन खाने के शौकीन हैं और आपको असली-नकली मक्खन में फर्क नहीं पता है, तो हम आपकी सहायता कर सकते हैं. भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (Food Safety and Standards Authority of India (FSSAI) समय-समय पर खाद्य पदार्थों के असली-नकली होने के बारे में जानकारी साझा करता रहता है. हम यहां यह जानने की प्रयास करेंगे कि अधिक मात्रा में मक्खन खान के क्या नुकसान हैं और असली-नकली मक्खन की पहचान कैसे की जा सकती है.
मक्खन (Butter)
भोजन के स्वाद को बेहतर बनाता है और यह बच्चों को बहुत अधिक पसंद भी होता है. चूंकि यह एक तरह का डेयरी प्रोडक्ट है इसलिए प्रश्न पैदा होता है कि मक्खन स्वास्थ्य के लिए अच्छा है या हानिकारक. वैसे एक्सपर्ट्स मक्खन को स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक लाभकारी नहीं मानते हैं लेकिन यदि इसका सीमित मात्रा में सेवन किया जाए तो कोई नुकसान भी नहीं है.
खाने-पीने के मुद्दे लोग बहुत अधिक नहीं सोचते हैं. अक्सर देखा जाता है कि प्रतिदिन हर प्रातः काल अपने टोस्ट पर खून सारा मक्खन लगाकर खाते हैं. यदि आप भी ऐसा करते हैं, तो समझ लें कि आप धीरे-धीरे कई गंभीर रोंगों का न्योता दे रहे हैं. इस बीच सबसे गंभीर बात यह है कि मार्केट में नकली
मक्खन
भी खूब धड़ल्ले से बिक रहा है. आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि नकली मक्खन स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक हानिकारक हो सकता है और आपको जोखिम में डाल सकता है.
अगर आप भी मक्खन खाने के शौकीन हैं और आपको असली-नकली मक्खन में फर्क नहीं पता है, तो हम आपकी सहायता कर सकते हैं.
भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (Food Safety and Standards Authority of India (FSSAI)
समय-समय पर खाद्य पदार्थों के असली-नकली होने के बारे में जानकारी साझा करता रहता है. हम यहां यह जानने की प्रयास करेंगे कि अधिक मात्रा में मक्खन खान के क्या नुकसान हैं और असली-नकली मक्खन की पहचान कैसे की जा सकती है.
बढ़ सकता है कोलेस्ट्रॉल लेवल
मक्खन में सैचुरेटेड फैट होता है. एक चम्मच में लगभग सात ग्राम फैट होता है. इसके अधिक सेवन से आपका एलडीएल यानी बेकार कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है. कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से एथेरोस्क्लेरोसिस बढ़ सकता है और इससे रक्त के थक्के, स्ट्रोक और दिल के दौरे का जोखिम बढ़ा सकता है.
हृदय रोग का खतरा
मक्खन से एलडीएल
कोलेस्ट्रॉल
बढ़ सकता है. क्योंकि इसमें संतृप्त वसा होता है जो दिल के लिए खतरनाक है. इसके अधिक सेवन से दिल रोग का खतरा बढ़ सकता है. कोलेस्ट्रॉल धमनियों को ब्लॉक कर सकता है जिससे हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ना तय है.
डायबिटीज का खतरा
अध्ययनों से पता चलता है कि बहुत अधिक मक्खन खाने से आंत में वसा विकसित होने की आसार बढ़ सकती है. इससे आपके पेट में अधिक मात्रा में वसा जमा हो सकता है. इसकी वजह से दिल रोग, अल्जाइमर और टाइप 1 डायबिटीज सहित कई गंभीर रोगों का खतरा हो सकता है.
बढ़ सकती है पेट की चर्बी
यह पेट और आंतों में चर्बी जमा कर सकता है. मक्खन में प्रति चम्मच 100 से अधिक कैलोरी होती है. जब आप बहुत अधिक मात्रा में खाते हैं, तो तेजी से
मोटापा
बढ़ा सकता है. मक्खन वास्तविक हो या नकली दोनों ढंग से ही आपके लिए खतरनाक है.
अल्जाइमर रोग का खतरा
करंट अल्जाइमर रिसर्च मेडिकल जर्नल में 2018 के एक शोध के अनुसार, संतृप्त वसा के अधिक सेवन जैसे मक्खन से अल्जाइमर रोग और मनोभ्रंश विकसित होने की आसार हो सकती है. नकली मक्खन आपके पेट को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है और दस्त और उल्टी का कारण भी बन सकता है.
कैसे करें असली-नकली मक्खन की पहचान
दो ट्रांसपेरेंट कटोरों में पानी भरें. दोनों में आधा-आधा चम्मच मक्खन डालें. इसके बाद कटोरों में दो से तीन ड्रॉप आयोडीन सोल्यूशन डालें. ऐसा करने से वास्तविक मक्खन का रंग नहीं बदलेगा लेकिन नकली मक्खन वाले पानी का रंग नीला हो जाएगा.