धूल-मिट्टी, प्रदूषण और बेकार खान-पान, धूम्रपान और मदिरापान इन सबका हमारे श्वसन तंत्र पर बहुत निगेटिव प्रभाव पड़ता है. स्वास्थ्य पर ठीक से ध्यान ना देने और ढिलाई बरतने के कारण धीरे-धीरे फेफड़ों में यह गंदगी जमा होने लग जाती है. जिससे फेफड़ों से संबंधी रोगों का जोखिम बढ़ सकता है. ऐसे में महत्वपूर्ण है कि ठीक आदतें अपनाने के साथ ही रेस्पिरेटरी सिस्टम का डिटॉक्सिफिकेशन किया जाए. तो आइए जानते हैं कुछ ऐसी ड्रिंक्स के बारे में जो आपके श्वसन तंत्र को डिटॉक्सिफाई करने में सहायता कर सकती हैं
1. गर्म पानी में शहद
आपने आमतौर पर वजन घटाने वाले लोगों को प्रातः काल गर्म पानी में शहद मिलाकर पीते हुए देखा होगा. लेकिन आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि यह ड्रिंक आपकी फेफड़ों के डिटॉक्सिफिकेशन में भी सहायता कर सकती है. इसके अलावा, इस डिटॉक्स ड्रिंक के एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण फेफड़ों के संक्रमण और सूजन के जोखिम को भी कम करते हैं. प्रातः काल गर्म पानी में शहद मिलाकर पीने से फेफड़ों की अंदरूनी सतह पर जमा गंदगी को बाहर निकालने के साथ ही एंटीऑक्सीडेंट और एंटीमाइक्रोबियल्स गुणों से युक्त यह डिटॉक्स ड्रिंक प्रदूषित कणों को फेफड़ों में पहुंचने से रोकने में सहायक होती है.
2. दालचीनी
सिनेमन वॉटर यानी दालचीनी का पानी भी फेफड़ों के लिए एक अच्छी डिटॉक्स ड्रिंक साबित हो सकती है. फेफड़ों की गंदगी को साफ करने के साथ ही इस ड्रिंक के एंटीइन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण लंग इन्फेक्शन और इन्फ्लेमेशन से भी बचाते हैं. जिन लोगों को सांस संबंधी समस्याएं रहती हैं, उनके लिए भी नियमित रूप से दालचीनी का पानी पीना लाभकारी हो सकता है.
3. आंवला और सेब
आंवला और सेब के रस का मिश्रण एक बेहतरीन डिटॉक्स ड्रिंक है, जो आप के फेफड़ों के लिए बहुत ज्यादा लाभकारी होती है. यह डिटॉक्स ड्रिंक आपके रेस्पिरेटरी सिस्टम की काम क्षमता को बेहतर बनाने के साथ ही अवरुद्ध वायु मार्ग को खोलने में भी सहायक है. इसके अलावा, विटामिन सी युक्त आंवले का रस पर्यावरण में उपस्थित विषाक्त कणों से फेफड़ों को होने वाले नुकसान से भी बचाता है.