UP Election 2022 Astrology: उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है. सपा, बसपा, भाजपा और कांग्रेस पार्टी के बीच सियासी घमासान छिड़ चुके हैं. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि सभी पार्टियों के बीच मुकाबला बहुत ज्यादा कड़ा रहने वाला है. लेकिन इस बीच सबसे अधिक चर्चा इस बात को लेकर है कि क्या योगी आदित्यनाथ फिर से सीएम की कुर्सी हासिल कर पायेंगे. जानते हैं ज्योतिषीयों का इस बारे में क्या बोलना है.
कुछ ज्योतिषाचार्यों के अनुसार योगी आदित्यनाथ के ग्रह नक्षत्र सत्ता का प्रबल योग दिखा रहे हैं. प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के ग्रह नक्षत्र भी इस दौरान मजबूत हैं जिसके असर से योगी की फिर से सत्ता में वापसी हो सकती है. उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी के दोबारा सीएम बनने के योग केतु की महादशा में चंद्र के प्रत्यंतर के कारण बन रहे हैं. केतु के इनकी कुंडली में स्थिति अच्छे रिज़ल्ट दिलाने का कार्य करेगी.
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 में उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के पंचूर गांव में हुआ था. इनकी कुंडली सिंह लग्न की है. ज्योतिष के अनुसार ऐसे कुंडली वाले आदमी के चेहरे पर हमेशा तेज और चमक रहती है और ऐसे जातक लोग अपने प्रयासों से उच्च पद पर आसीन रहते हैं. ये समाज में मान-सम्मान के साथ आलोचना का भी शिकार होते हैं. योगी की जन्मराशि कुंभ है. इनकी कुंडली में गुरु बलवान हैं. इस ग्रह के बलवान होने से जातक को समाज में मान-सम्मान मिलता है. वहीं सूर्य केद्र में होने से आदमी राजा सी जीवन जीता है.
क्या योगी आदित्यनाथ दोबारा उत्तरप्रदेश के सीएम बनेंगे? यूपी के चुनाव के समय इनका केतु, शनि और बुध का समय चल रहा होगा. शनि और बुध दोनों राजयोग कारक है. ये स्थिति योगी आदित्यनाथ के एक बार फिर से उत्तरप्रदेश के सीएम बनने के इशारा दे रही है.
सीएम योगी की कुंडली मे शुक्र की महादशा और शनि की अंतरदशा चल रही है. शनि कुंडली में सूर्य के साथ केन्द्र में हैं. ग्रहों का प्रबल योग मुख्यमंत्री योगी को उच्च पद पर लेकर आएगा इसकी पूरी आसार है.
ज्योतिष मुताबिक मुख्यमंत्री योगी के कर्म रेट में सूर्य कुलदीपक योग निर्मित कर रहा है और साथ में बुध की युति उन्हें बुधादित्य राजयोग से नवाज रही है. वहीं शनि की युति उन्हें दूर दृष्टि बना रही है और इन्हें प्रखर सियासी समझ प्रदान कर रही है. मंगल उन्हें धुरंधर बना रहा है तो शुक्र भौतिक सुखों की प्राप्ति होने का इशारा दे रहा है. शुक्र की अंतर्दशा चल रही है, जो कि बहुत उत्तम काल है. अत: इनका आने वाला वर्ष बहुत बढ़िया प्रतीत हो रहा है.