कॉपर टी आज कल महिलाओ के लिए एक अच्छा विकल्प हैं गर्भ निरोधन का, जिस से उनको हार्मफुल गोलियों से छुटकारा मिलता हैं। वो महिलाये जो कॉपर टी लगाने की सोच रही हैं या वो जो गर्भनिरोधक गोलिया खा खा कर अपनी सेहत को खराब कर रही हैं वो एक बार ज़रूर पढ़े। आइये जाने कॉपर टी के बारे में सम्पूर्ण जानकारी।
आई यु डी (intrauterine contraceptive device) क्या हैं ?
(1) कॉपर लगी आई यू डी – इसमें एक प्लास्टिक की ट्यब के अन्दर कॉपर की तार लगी रहती है.
(2) नई प्रकार के आई यु डी में हॉरमोन छोड़ने वाला आई यु डी है – जो कि प्लास्टिक से बना होता है और उसमें प्रोजेस्ट्रोन हॉरमोन छोटी मात्रा में भरा रहता है.
कैसे काम करता है कॉपर टी?
आई यू डी वीर्य को अण्डे से मिलने से रोकती है. ऐसा करने के लिए यह अण्डे को वीर्य तक जाने मंर असमर्थ बनाकर और गर्भाशय के अस्तर को बदल कर करती है.
कॉपर की आई यु डी की अपेक्षा हॉरमोन वाले आई यु डी के क्या लाभ हैं?
(1) कॉपर वाले आई यु डी से अधिक प्रभावशाली हैं हॉरमोन वाले आई यु डी
(2) हॉरमोन वाले आई यु डी माहवारी को हल्का बनाते हैं.
कॉपर की आई यु डी की अपेक्षा हॉरमोन वाले आई डी यु की क्या हानियां हैं?
(1) हॉरमोन वाले आई यु डी कापर वाले की अपेक्षा महंगे हैं
(2) हॉरमोन वाले आई यु डी उपयोग के पहले छह महीनों में अनियमित रक्तस्राव या धब्बे लगने की समस्या हो सकती है.
आई यु डी के क्या लाभ हैं
(1) यह गर्भनिरोध के लिए अत्यन्त प्रभावशाली है.
(2) सुविधाजनक है – पिल लेने का कोई झंझट नहीं है.
(3) मंहगा नहीं है.
(4) डाक्टर किसी समय भी निकाल सकते हैं.
(5) तुरन्त काम शुरू कर देता है.
(6) सहप्रभावों को आशंका कम रहती है.
(7) आई यू डू का उपयोग करने वाली माताएं सुरक्षा पूर्वक स्तनपान करवा सकती हैं.
गर्भनिरोधक में आई यू डी कितनी प्रभावशाली है?
यह गर्भनिरोध का सबसे प्रभावशाली साधन है. इसे यदि सही ढंग से लगाया जाए तो यह 99 प्रतिशत प्रभावशाली है.
आई यू डी कितनी देर तक प्रभावशाली रहता है?
निर्भर करता है कि आपका डाक्टर आपको कौन सा आई यू डी लगवाने को कहता है. कॉपर आई यू डीः टी यू 380 ए जो कि अब राष्ट्रीय परिवार कल्याण कार्यक्रम के अन्तर्गत उपलब्ध है, वह दस वर्ष के लम्बे समय तक आपके शरीर में रह सकता है. हॉरमोन वाले आई यू डी को हर पांचवे वर्ष में बदलने की जरूरत पड़ती है. इनमें से किसी को भी आपका डाक्टर हटा सकता है. यदि आप गर्भधारण करना चाहें या प्रयोग न करना चाहें तो.
आई यू डी की क्या हानियां हैं
(1) गर्भाशय मे आई यू डी लगाने के पहले कुछ घन्टों में आपको सिरदर्द और पेट दर्द हो सकता है.
(2) कुछ औरतों को यह लगवाने के बाद कुछ हफ्तों तक रक्त स्राव होता रहता है और उसके बाद भारी माहवारी होती है.
(3) बहुत कम पर कभी, आई यू डी अन्दर डालते समय गर्भाशय में घाव हो सकता है.
(4) यह आपको एड्स या एस टी डी से सुरक्षा प्रदान नहीं करता. वस्तुतः ऐसे संक्रामक रोग आई यू डी वाली औरतों के लिए संघात्मक हो सकते हैं. इसके अलावा, अधिक लोगों के साथ सम्भोग करने पर संक्रमण की आशंकाएं बढ़ सकती हैं.
आई यू डी को गर्भनिरोधक के रूप में काम में लाने के लिए कौन उपयुक्त है?
किसी भी परिस्थित में वे औरतें आई यू डी का उपयोग कर सकती हैं जो
(1) स्तनपान करा रहीं हों
(2) उच्च रक्तचाप, ह्रदय रोग, जिगर या गालब्लैडर के रोग, मधुमेह या मिरगी का उपचार करा रही हों.
आई यू डी लगवाने वाले का उचित समय कौन सा है?
(1) माहवासी चक्र के रहते – माहवारी चक्र के दौरान किसी भी समय – माहवारी रक्तस्राव के आरम्भ होने के बाद के पहले 12 दिनों में लगवाएं.
(2) बच्चे के जन्म या गर्भपात के 24 घन्टे के अन्दर अन्दर लगवायें.
आई यू डी लगवाये हुए महिला को किन परिस्थितियों में डाक्टर से परामर्श लेना चाहिए?
(1) उसके साथी को सम्भोग के दौरान वह धागा छूता हो और उससे वह परेशान हो.
(2) भारी और लम्बी अवधि तक होने वाले रक्त स्राव से होने वाली परेशानी
(3) पेट के निचले भाग में तेज और बढ़ता हुआ दर्द विशेषकर अगर साथ में बुखार भी हो
(4) एक बार माहवारी न होना
(5) योनि से दुर्गन्ध भरा स्राव
(6) परिवार नियोजन की कोई और विधि अपनाना चाहें या आई यू डी निकलवाना चाहें तब |