कमर दर्द का इलाज इन हिंदी: पीठ दर्द सीधे रीढ़ की हड्डी से जुड़ा होता है। बहुत से लोगों को कमर के बीच या फिर कमर के निचले हिस्से में दर्द (लोअर बैक पेन) की शिकायत होती है। आजकल कमर में दर्द की समस्या आम हो गयी है, बैक पैन वैसे तो 40 से अधिक उम्र के लोगों में होता है पर नोजवानों में भी ये समस्या बढ़ने लगी है। अगर समय रहते ही कमर दर्द का उपचार के उपाय ना करे तो धीरे धीरे कूल्हे और पैरों में भी दर्द की समस्या होने लगती है जिससे चलने फिरने में तकलीफ़ होती है। काम की वजह से जिन लोगों को बार बार उठना बैठना पड़ता है या फिर भारी समान उठाना पड़ता है उन्हें पीठ में दर्द की शिकायत अधिक होती है। कभी तो कमर दर्द जल्दी ठीक हो जाता है पर कभी कभी ये कई घंटो और दिनों तक परेशान करता है। आइये जाने कमर दर्द दूर करने के उपाय और घरेलू नुस्खे, slip disc treatment and back pain relief in hindi.
कमर दर्द का कारण : Causes of Back Pain
रीढ़ की हड्डी पे दबाव या कमर की मांसपेशियां कमजोर होना बैक पैन का प्रमुख कारण है। हम अपने दैनिक जीवन में कुछ ऐसे काम करते है जिससे ये परेशानी होना स्वभाविक है।
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- अचानक से झुकना
- भारी वजन को उठना
- कमर में चोट या कोई झटका लगना
- अधिक समय तक कंप्यूटर/लैपटॉप के आगे बैठना
- जादा देर तक लेट कर या झुक कर कोई काम करना या फिर ग़लत तरीके से उठना बैठना
- उम्र बढ़ने के साथ मांसपेशियां और हड्डियां कमजोर हो जाती है जिस वजह से डिस्क पर दबाव पड़ने लगता है और धीरे धीरे ये स्लिप डिस्क प्रॉब्लम बन जाती है।
- प्रेग्नेन्सी में भी गर्भवती महिलाओं को कमर दर्द की शिकायत होती है। जैसे जैसे पेट में बच्चा बढ़ता है वैसे वैसे कमर पे दबाव बढ़ने लगता है। इस दर्द को दूर करने और मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए गर्भवती महिला को किसी योगा गुरु की देख रेख में योग करना चाहिए।
कमर दर्द के लक्षण : Back Pain Symptoms
- कमर और पैर दर्द होना
- पैरों की उंगलियां सुन होना
- जांघों और कूल्हों के आसपास सुन होना
- पैरो में कमज़ोरी और सूनपन महसूस होना
- झुकने और चलने फिरने पर शरीर में दर्द महसूस होना
- परेशानी बढ़ने पर मल त्यागने और पेशाब करने में दिक्कत आना
स्लिप डिस्क क्या है : Slip Disc Treatment In Hindi
आपने अपने आसपास कई बार लोगों को ये कहते सुना होगा की उन्हें स्लिप डिस्क की प्रॉब्लम है या डिस्क खिसक गई है जिससे उन्हें पीठ में दर्द रहता है। हमारी रीढ़ की हड्डी छोटे छोटे मनकों से बनी होती है। हर दो मानकों के बीच डिस्क होती है जो की झटका सहने का काम करती है। हम जब कोई शारीरिक काम करते है तब इसमें फैलाव आता है और यही वजह है की हम जब ग़लत तरीके से उठते और बैठते है तब इस पर जोर अधिक पड़ता है जिस कारण रीढ़ की हड्डी की नस्सो पर दबाव पड़ता है और कमर दर्द होने लगता है।
जब ये डिस्क जादा घिस जाये तब इस में सूजन आ जाती है जिससे रीढ़ की हड्डी से हो कर जाने वाली कमर की नस पर दबाव आता है जब ये दबाव पैर की नस पर पड़ता है तब पैरो में भी सुन्न और दर्द की शिकायत होने लगती है।
स्लिप डिस्क ट्रीटमेंट के लिए आप फिजिओथेरपिस्ट से मिलकर भी सलाह ले सकते है।
कमर दर्द का इलाज के घरेलू नुस्खे
Back Pain Treatment in Hindi
1. पांच लौंग और पांच काली मिर्च पीस ले और इसमें सुखी अदरक का पाउडर भी मिला ले। इस मिश्रण को चाय की तरह एक काढ़ा बना कर दिन में दो बार पिए।
2. दो ग्राम दालचीनी पाउडर और एक चम्मच शहद मिला ले और दिन में दो बार इसका सेवन करे, इस उपाय से बैक पैन दूर होने लगेगा।
3. कमर के दर्द का देसी इलाज में लहसुन दर्द निवारक दवा का काम करता है। भोजन में लहसुन जादा प्रयोग करे, इसके सेवन से पुराना कमर दर्द भी दूर होने लगता है।
4. भोजन में ऐसी चीजें अधिक खाए जिसमें कैल्शियम और विटामिन डी जादा हो, इससे हड्डियां मजबूत होंगी। रोजाना दो गिलास दूध पिए और कुछ देर धूप में बैठे।
5. कमर का दर्द ठीक करने में गूगल का प्रयोग उत्तम देसी उपाय है। गुनगुने पानी के साथ आधा चम्मच गूगल लेने से कमर दर्द से राहत मिलती है।
6. नारियल या सरसों के तेल में लहसुन की तीन से चार कलियाँ डाले और गरम करे। ठंडा होने पर इस तेल से कमर की मालिश करे।
7. एक तौलिया नमक वाले गरम पानी में भिगो कर निचोड़ ले। अब पेट के बल लेट जाये और तौलिये से दर्द वाली जगह पर भाप देने से कमर के दर्द से राहत मिलती है।
8. दो से तीन चम्मच नमक एक कढ़ाई में डाल कर गरम कर ले। अब एक मोटा सूती कपड़ा ले और उसमे ये नमक डाल कर पोटली बना ले फिर इससे सिकाई करे।
9. एक कप सेंधा नमक एक बाल्टी गरम पानी में डालें और घोले। अब पानी हल्का ठंडा होने पर इससे नहाए। इस घरेलू उपाय से कमर की जकड़न और दर्द से निजात मिलेगी।
10. खाने में गोभी, टमाटर, खीरा, चुकंदर, पालक, ककड़ी, गाजर और फलों का सेवन अधिक करे।
कमर दर्द के घरेलू उपाय : Back Pain Relief in Hindi
1. स्लिप डिस्क होने पर रोगी को भारी सामान नहीं उठाना चाहिए और दो से तीन हफ्ते तक पूरा आराम करे। कमर दर्द और स्लिप डिस्क की प्रॉब्लम से बचने और इससे छुटकारा पाना है तो सबसे पहले जरुरी है की अपनी लाइफ स्टाइल में सुधार करे।
2. मांसपेशियां मजबूत करने और दर्द से छुटकारा पाने के लिए डॉक्टर या आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह से कुछ दर्द निवारक दवा (मेडिसिन) ले सकते है।
3. लंबे समय तक कमर झुकाकर ना बैठे, पीठ को सीधा रखने का प्रयास करे और जब किसी कुर्सी पर बैठे तो पैर सीधे रखे। इसके इलावा किसी एक पोस्चर में जादा देर ना बैठे।
4. किसी एक ही जगह अगर आप बिना हिले कई घंटों तक काम करते है तो इस आदत में बदलाव लाये। काम के बीच में कुछ देर ब्रेक ले कर शरीर को आराम दे।
5. मोटापा बढ़ने का असर भी रीढ़ की हड्डी पर पड़ता है इसलिए अपना वजन नियंत्रण में रखे और पेट की चर्बी ना बढ़ने दे।
6. बड़ी हिल्स के जूते या सैंडल पहनने से बचे।
7. शारीरिक व्यायाम करने से शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती है, नियमित योगा और एक्सरसाइज करे।
8. सोने के लिए स्प्रिंग वाले और मुलायम गद्दे की बजाय सख़्त गद्दा प्रयोग करे इससे कमर सीधा रहेगी और पूरी कमर पर एक जैसा दबाव पड़ेगा।
9. दर्द वाली जगह बर्फ से सिकाई करने से अंदर की सूजन कम होती है।
10. कोई भारी चीज़ उठाने की बजाय उसे धकेले तो जादा अच्छा है और ज़मीन पर पड़ी कोई भारी चीज़ उठाने के लिए पहले किसी कुर्सी पर या फिर घुटनों पर बैठे फिर उसे उठाए।